ताप्ती-गंगा एक्सप्रेस में लावारिस बैग से मिला करोड़ों का नशा, जीआरपी जांच में जुटी

 


वाराणसी। कैंट रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया जब प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर खड़ी ताप्ती-गंगा एक्सप्रेस में एक लावारिस बैग मिलने की सूचना मिली। जीआरपी की चेकिंग टीम मौके पर पहुंची और जब बैग की तलाशी ली गई तो उसमें दस किलो चरस बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत पांच करोड़ रुपये बताई जा रही है।

जीआरपी ने जब्त किया बैग, जांच जारी

सूचना के मुताबिक, जीआरपी प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर नियमित चेकिंग कर रही थी, तभी एक यात्री ने ट्रेन के भीतर संदिग्ध बैग होने की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बैग को कब्जे में लेकर जांच की, लेकिन उसके साथ कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला। फिलहाल जीआरपी मामले की गहराई से जांच कर रही है कि आखिर यह बैग ट्रेन तक कैसे पहुंचा और इसके पीछे कौन लोग शामिल हो सकते हैं।

जीआरपी अधिकारियों ने बताया कि बरामद चरस की सूचना नारकोटिक्स विभाग को दे दी गई है। अब आगे की कार्रवाई इसी विभाग के तहत होगी।

आजमगढ़ में 70 किलो गांजा बरामद, पुष्पा स्टाइल में करते थे तस्करी

उधर, आजमगढ़ जिले के रानी की सराय थाना पुलिस और स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर ऑटो से नशे की खेप की तस्करी कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, ये गैंग गांजे की सप्लाई गुजरात के डीसा से लेकर देवरिया और बिहार तक करता था।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस गैंग को सुपरहिट फिल्म ‘पुष्पा’ से तस्करी का आइडिया मिला। वर्ष 2021 में फिल्म देखने के बाद उन्होंने अपने ऑटो को खास तरीके से मॉडिफाई कर उसमें छिपे तरीके से गांजा सप्लाई करना शुरू किया। ऑटो की छत में एक अतिरिक्त लेयर बनाई जाती थी, जहां गांजा रखा जाता था, जबकि नीचे की सीटों पर यात्री बैठाए जाते थे।

पुलिस को कई बार चकमा दे चुके इस गिरोह की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। आखिरकार पुलिस ने इन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया और इनके पास से 70 किलो गांजा बरामद किया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि इस गैंग से और कौन-कौन जुड़े हैं और नशे के इस नेटवर्क की जड़ें कहां तक फैली हुई हैं।


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