Union Budget 2025: रेलवे के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में यूनियन बजट 2025 पेश किया, जिसमें रेलवे को 2.55 लाख करोड़ रुपये का ऐतिहासिक बजट आवंटित किया गया है। यह राशि पिछले बजट के मुकाबले 50% अधिक है। इस बजट में 3445 करोड़ रुपये राजस्व व्यय के लिए जबकि 2,52,000 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के रूप में प्रस्तावित किए गए हैं।
रेलवे में बुनियादी ढांचे का विस्तार
इस बजट में रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। नई रेलवे लाइनों के निर्माण के लिए 32,235 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि रेलवे लाइनों के दोहरीकरण के लिए 32,000 करोड़ रुपये का प्रावधान है। वहीं, नैरो गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तन के लिए 4,550 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।
रेलवे सुरक्षा को प्राथमिकता – कवच सिस्टम में बड़ा निवेश
रेलवे दुर्घटनाओं को कम करने और यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए 'कवच' सिस्टम के उन्नत संस्करण 4.0 को देश के प्रमुख रेल मार्गों पर स्थापित करने की योजना बनाई गई है। दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, मुंबई-चेन्नई और चेन्नई-कोलकाता जैसे प्रमुख रेलमार्गों पर कवच सिस्टम लगाया जाएगा। कुल 9,000 किमी लंबे ट्रैक पर यह सुरक्षा प्रणाली लागू की जाएगी।
सिग्नलिंग और टेलीकॉम के लिए विशेष प्रावधान
रेलवे में आधुनिक तकनीकों को अपनाने और संचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 6,800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, विद्युत लाइनों के लिए 6,150 करोड़ रुपये, रेलवे स्टाफ कल्याण पर 833 करोड़ रुपये, और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए 301 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
रेलवे सेफ्टी फंड को 45,000 करोड़ रुपये
रेलवे की सुरक्षा और संरचना को मजबूत करने के लिए रेलवे सेफ्टी फंड में 45,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। इस राशि का उपयोग रेलवे ट्रैक, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचे की मजबूती के लिए किया जाएगा।
कर्मचारियों के हितों का ध्यान
रेलवे मंत्रालय ने रेलवे कर्मचारियों की सुविधाओं और कल्याणकारी योजनाओं के लिए पेंशन फंड में 66,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। इसके साथ ही, रेलवे स्टाफ की ट्रेनिंग और दक्षता बढ़ाने के लिए 301 करोड़ रुपये का अलग से बजट रखा गया है।
समृद्ध और सुरक्षित रेलवे की ओर कदम
बजट 2025 में रेलवे को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। बुनियादी ढांचे के विकास, सुरक्षा और आधुनिकीकरण पर जोर देते हुए यह बजट भारतीय रेलवे के भविष्य को और अधिक सशक्त और उन्नत बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।