रेलवे बजट में क्या खास?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रेलवे को 2,52,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जो पिछले वित्त वर्ष के समान ही है। रेलवे का कहना है कि वह 3,000 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से और 10,000 करोड़ रुपये पीपीपी मॉडल के जरिए जुटाएगा। इस तरह, कुल मिलाकर रेलवे को 2,65,200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लिए निवेश प्राप्त होगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे के विभिन्न कार्यों के साथ-साथ सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके लिए 1,16,514 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। सुरक्षा उपायों के तहत रेलवे इंजनों और ट्रैक पर 'कवच वर्जन 4.0' प्रणाली को लागू किया जा रहा है, जिसका कार्य अगले वित्त वर्ष में युद्ध स्तर पर होगा। अब तक 10,000 इंजनों में 'कवच' लगाया जा चुका है। दिसंबर 2025 तक दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रेलवे मार्गों पर भी यह प्रणाली लागू कर दी जाएगी।
1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प
अगले चार वर्षों में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इस योजना के तहत स्टेशन परिसरों में दोहरे प्रवेश और निकास द्वार, पार्किंग सुविधा, उच्च स्तरीय प्लेटफार्म और अन्य यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी। रेलवे की दीर्घकालिक योजना के अनुसार, अगले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर से अधिक रेलवे ट्रैक का विस्तार किया जाएगा।
साधारण यात्रियों के लिए विशेष योजनाएं
रेलवे आम यात्रियों को ध्यान में रखते हुए 17,500 नॉन-एसी जनरल और स्लीपर कोच बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इसके अलावा, 100 अमृत भारत ट्रेन और 50 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा। वित्त वर्ष 2026-27 में 200 वंदे भारत स्लीपर और चेयर कार ट्रेनों के निर्माण की योजना बनाई गई है।
50 नमो भारत ट्रेनों का लक्ष्य
इंटरसिटी और शॉर्ट-डिस्टेंस यात्राओं के लिए सफल साबित हुई नमो भारत ट्रेनों का विस्तार किया जाएगा। रेलवे ने 50 नई नमो भारत ट्रेनों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। यात्रियों को बेहतर और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के लिए 900 बेस किचन स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से 600 को पहले ही कमीशन मिल चुका है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर और उत्पादन में बड़ी योजनाएं
रेलवे नए वित्त वर्ष में 100 डीजल और 1,600 इलेक्ट्रिक इंजन तैयार करेगा। इसके अलावा, 9,423 नए कोच और 38,000 वैगन बनाए जाएंगे। 5,500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का नवीनीकरण किया जाएगा, साथ ही 1,000 फ्लाईओवर और 7,000 किलोमीटर हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।
आय और मुनाफे के आंकलन
वित्त वर्ष 2025-26 में रेलवे को 3,01,300 करोड़ रुपये की अनुमानित आमदनी होगी, जबकि खर्च 2,99,058 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। इससे रेलवे को लगभग 3,041 करोड़ रुपये का मुनाफा होने की संभावना है।
रेलवे को उम्मीद है कि यात्री किराये से 92,800 करोड़ रुपये की आय होगी, जो 2024-25 में 80,000 करोड़ रुपये अनुमानित थी। माल भाड़े से भी रेलवे को 1,88,000 करोड़ रुपये की आमदनी होने की संभावना है, जो पिछले वित्त वर्ष में 1,80,000 करोड़ रुपये थी।