जबलपुर में नामी बिल्डर पर करोड़ों की ठगी का आरोप, फर्जी दस्तावेजों से बेची जमीन

 



जबलपुर। शहर के बड़े बिल्डर शंकर मच्छानी पर करोड़ों रुपये की ठगी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने नेपियर टाउन निवासी राजकुमार बुधरानी से 6.34 करोड़ रुपये में जमीन का एग्रीमेंट करने के बाद, फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे किसी और को बेच दिया। पुलिस ने मामले की जांच के बाद धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर एफआईआर दर्ज की है।

क्या है पूरा मामला?

शिकायतकर्ता राजकुमार बुधरानी ने बताया कि उन्होंने 2014 में जबलपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की 24,402 वर्ग फुट जमीन के लिए शंकर मच्छानी से समझौता किया था। इस सौदे के तहत 1.50 करोड़ रुपये एडवांस भी दिए गए थे। शर्त थी कि जमीन पर से 11 केवी की बिजली लाइन हटाई जाएगी, लेकिन यह कार्य पूरा नहीं किया गया।

बाद में बुधरानी को पता चला कि जिस संपत्ति का एग्रीमेंट हुआ था, उसे शंकर मच्छानी ने फर्जी शपथ पत्र और जाली दस्तावेजों के जरिए परोहा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मोहन प्रसाद परोहा के नाम कर दिया। जब शिकायतकर्ता ने परोहा डेवलपर्स से संपर्क किया, तो पता चला कि उनके फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग कर जमीन किसी और को बेची जा चुकी है।

पुलिस जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि 

राजकुमार बुधरानी ने 2023 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद ओमती थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस जांच में धोखाधड़ी और जाली दस्तावेजों के जरिए संपत्ति के हस्तांतरण की पुष्टि हुई।

बिल्डर फरार, तलाश में जुटी पुलिस

एफआईआर दर्ज होते ही शंकर मच्छानी फरार हो गया, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। ओमती थाना प्रभारी ने बताया कि मामला गंभीर आर्थिक अपराध से जुड़ा हुआ है, और आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस फर्जीवाड़े में और लोग शामिल हैं।


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