जबलपुर। राष्ट्रीय ब्राम्हण महासंस्था के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष पंडित श्रवनेन्द्र ( रेशु ) तिवारी ने सरकार से सवर्ण आयोग के गठन की पुरजोर मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि सरकार का मेधावी निर्धन छात्रों की छात्रवृत्ति के लिये अतिशीघ्र व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि केवल अर्थाभाव के कारण ही प्रदेश के असंख्य ब्राम्हण छात्र-छात्राएं शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। श्री तिवारी ने बताया कि जल्दी वे अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ इस विषय पर कलेक्टर से मुलाकात कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
अन्याय और कब तक
श्रवनेन्द्र ( रेशु ) तिवारी ने कहा कि सवर्णों से वोट लेकर सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने वालों ने कभी पलटकर नहीं देखा कि आखिर सवर्णों की हालत क्या है। उन्होंने कहा कि उन्हें आरक्षण पद्धति से कोई आपत्ति नहीं है,लेकिन ये बदलते समय की मांग है कि रोजगार और शिक्षा के अवसरों पर सवर्णों को भी बराबरी का हक होना चाहिए। ये अन्याय अब सवर्ण बर्दाश्त नहीं करेंगे, बल्कि इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। इतने सालों के बाद अब सवर्णों के लिये भी आरक्षण के दरवाजे खोलने चाहिए। कोई भी एक कारण ऐसा नहीं है,जो ये सिद्ध करता हो कि सवर्णों को रोजगार व शिक्षा के अवसरों से वंचित करना उचित है।
चरणबद्ध आंदोलन की योजना
श्री तिवारी के अनुसार, सवर्ण आयोग का गठन और मेधावी निर्धन मेधावी सवर्ण छात्रों को समुचित छात्रवृत्ति प्रदान करने की मांग को लेकर प्रदेश स्तर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। जिसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिसमें प्रदेश के सभी पदाधिकारी सम्मिलित होंगे।