जबलपुर। विगत कई दिनों से लापता चल रहे युवक का पता अचानक परिजनों को एक फोन के माध्यम से मिला। जिसमें बताया गया कि लापता हुए युवक को उन्होंने सेंट्रल जेल के पीछे कुछ लोगों द्वारा जमीन में गड्ढा कर दफनाते हुए देखा था। जानकारी के मुताबिक कैंट क्षेत्र में रहने वाले डेरी व्यवसाई रोहित यादव 18 जुलाई की सुबह अचानक ही लापता हो गए थे। इस दौरान परिजनों द्वारा रोहित को तलाशने का प्रयास किया गया, जिसके बाद उन्होंने थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज करवाई। यहां तक कि अखबारों में लापता होने का इश्तहार फोटो और मोबाइल नंबर के साथ दिया।
25 जुलाई की रात आया फोन
इसी बीच 25 जुलाई की रात गुमशुदा रोहित के बड़े भाई के पास एक फोन आया जिसमें बताया गया कि अखबार में जिस व्यक्ति की फोटो है उसे कुछ लोग ने जेल के पास 21 जुलाई को जमीन में गाड़ते हुए देखा था। मामले की सूचना लगते रोहित के परिजन कैंट पुलिस के साथ मौके पर पहुंचते हैं। इसी बीच पुलिस ने कहा कि एसडीएम की अनुमति और उनकी उपस्थिति के बगैर जमीन में दफन बॉडी को नही निकाला जा सकता। जिसके बाद लोग नाराज हो गए और खुद ही गड्ढा खोदकर लाश निकालने की बात करने लगे।
बोरी में मिली श्वान की लाश
हंगामे की स्थिति बनती देख कैंट थाना पुलिस द्वारा एसडीएम पंकज श्रीवास्तव को सूचना दी गयी। जिसके बाद में पहुंचे और गड्ढा करने का काम शुरू किया गया इसी बीच गड्ढे के अंदर से एक बोरी निकली जिसको खोलने पर उसमें श्वान का शव निकला। श्वान का शव निकलते ही परिजनों ने राहत की सांस ली।