जबलपुर । पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न रेलखण्डों में स्पीड को बढ़ाने के लिए नई तकनीक का उपयोग करके उत्तरोत्तर वृद्धि की जा रही है। रेलखण्डों में गति को बढ़ाने के लिए महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में विभिन्न अधोसरंचना के कार्यों को समय पर निष्पादित किया जा रहा है। पमरे के तीनों मण्डलों द्वारा गति प्रतिबंध हटाना, अधोसरंचना के कार्य को योजनाबद्ध तरीके से करना, इंटरमीडिएट ब्लॉक सिग्नल (आईबीएस) स्थापित करना आदि काम किये जा रहे है। इसके अलावा यार्ड रिमॉडलिंग के कार्य पूरे किये जा रहे हैं और साथ ही क्रॉस ओवर डालकर यार्ड की शंटिंग एवं रनिंग फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाई जा रही है। अनेक टर्न ओउटों पर थिक वेब स्विच के डाले जाने से सेक्शनल गति में वृद्धि दर्ज की जा रही है जिसके कारण गाडिय़ों के डिस्पेच और रिसीव में डिटेंशन कम से कम हो रहा है। पुराने ब्रिजों के गर्डर को बदला गया एवं उच्च गुणवत्ता के साथ रखरखाव किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में पमरे के 6 रेलखण्डों में कुल 51 रूट किलोमीटर पर गति में वृद्धि की गई जिसमे कुछ रूटो पर 90 किलोमीटर प्रतिघंटा से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा एवं कुछ रूटो पर100 किलोमीटर प्रतिघंटा से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति में वृद्धि की गयी है ।
इन रेल खण्डों पर बढेगी रफ्तार
1) नरियावली-ईसरवारा रेलखण्ड तीसरी लाइन - कुल लम्बाई 7.45 रूट किलोमीटर
2) सुमरेरी-खुरई रेलखण्ड तीसरी लाइन - कुल लम्बाई लगभग 8.64 रूट किलोमीटर
3) खन्ना बंजारी - महरोई (न्यू) डाउन लाइन रेलखण्ड - कुल लम्बाई 11.85 रूट किलोमीटर
4) मालखेड़ी-महादेवखेड़ी (न्यू) द्वि-दिशात्मक लाइन - कुल लम्बाई 5.18 रूट किलोमीटर
5) सालपुरा-छाबरागुगोर डाउन लाइन - कुल लम्बाई 16.18 रूट किलोमीटर
6) कोटा-सोगरिया डाउन लाइन - कुल लम्बाई 01.32 रूट किलोमीटर