जबलपुर । मंगलवार को सीबीआई की टीम द्वारा रिश्वत लेते पकड़े गए सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के सुपरिटेंडेंट कपिल कांबले और 4 अन्य अधिकारियों आज बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से इन सभी को सीबीआई के आवेदन पर 6 दिनों की रिमांड पर भेजा गया है। अधीक्षक कांबले और उनके साथी अधीक्षक सौमेन गोस्वामी, इंस्पेक्टर विकास गुप्ता, प्रदीप हजारी और वीरेंद्र जैन को सीबीआई की टीम द्वारा उनके ऑफिस में ही 7 लाख रूपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया था।
यह था पूरा मामला
विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा विगत दिनों 8 मई को राजस्थान निवासी त्रिलोकचंद सेन की दमोह स्थित नोहटा में पान मसाला फैक्ट्री में छापा मार कार्रावाई कर सीज कर दिया गया था। जिसपर मामले को रफा-दफा करने के लिए इन अधिकारियों द्वारा एक करोड़ रुपए मांगे गए थे। लेकिन बाद में यह सौदा 35 लाख रूपयों में तय हुआ था। फैक्ट्री मालि के मुताबिक उसने 25 लाख अधीक्षक कांबले को पहले ही दे चुके थे। इसके बाद पिछले दिनों बाकी रकत देने के लिए पीडित को वॉट्सऐप पर कॉल किया था। इसके बाद उसने 7 लाख रूपए देने की बात कही थी। मामला तय होने के बाद पीडि़त द्वारा इस मामले की शिकायत सीबीआई को की गई, जिसके बाद सीबीआई की टीम द्वारा आरोपियों को रंगे हाथों दबोचा गया ।
घर से मिला लाखों का कैश
जानकारी के मुताबिक सीबीआई द्वारा आरोपियों के घरों की तलाशी करने पर भारी-मात्रा के कैश बरामद हुआ है। जिसपर कांबले के घर से 3 लाख रुपए,
इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी के घर से 41 लाख और ऑफिस केबिन से 16 लाख 88 हजार, इंस्पेक्टर विकास गुप्ता के घर से 18 लाख 29 हजार और ऑफिस केबिन से 1 लाख 50 हजार रुपए मिले हैं। इसके अलावा इंस्पेक्टर वीरेंद्र जैन के ऑफिस केबिन से 2 लाख 60 हजार रूपए मिले है ।