जबलपुर। 2 दिन पहले गोलीकांड में घायल हुई युवती को वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें घायल युवती द्वारा बताया जा रहा है कि प्रियांश विश्वकर्मा द्वारा ही उसे गोली मारी गई थी। वहीं दूसरी तरफ आरोपी अभी पुलिस की गिरफत से बाहर चल रहा है।
परिजनों ने लगाया आरोप
जानकारी के मुताबिक घायल युवती देविका ठाकुर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस मामले को दबाने में जुटी हुई है और आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा पर कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। युवती का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है जहां उसकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
2 बार बदले बयान
इधर पुलिस के मुताबिक घटना की रात में परिवार वाले भी केस दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं थे। दूसरे दिन जब वापस से युवती से पूछताछ की गई, तब उसने हकीकत बताई। उसने पुलिस को बताया कि दोपहर में दोनों ऑफिस में बैठे थे। इसी दौरान, प्रियांश के हाथों से गोली चली। वह मौके पर ही बेहोश हो गई। जांच में पता चला कि बीजेपी नेता प्रियांश के हाथों से ही गोली चली है।
सीसीटीवी की हार्ड डिस्क लेकर हुआ फरार
जानकारी के मुताबिक इस घटना के बाद आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा उसने युवती को अस्पताल ले जाने के बजाय सबूत मिटाने की कोशिश की थी। वहीं ऑफिस में फैले खून के धब्बों को पूरी तरह साफ कर वहां लगे सीसीटीवी की हार्ड डिस्क भी निकाली थी। इसके बाद घायल युवती को कार में लेकर गया था। इसके अलावा पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपी प्रियांश की बंदूक का भी लाइसेंस नहीं था।