जबलपुर । रेल सुविधाओं की मांगों को लेकर रेल संघर्ष समिति मंडला द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में संघर्ष समिति के सदस्यों ने रेलमंत्री के नाम अपने खून से पत्र लिखकर मंडला में रेल सुविधाओं की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय सीमा में मांगे पूरी नहीं होती हैं, तो मंडला से दिल्ली तक आंदोलन किया जाएगा। रेल संघर्ष समिति द्वारा रेलमंत्री के नाम एडीएम को मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया है। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने बताया कि महाकौशल क्षेत्र में अंग्रेजों के शासनकाल से सन 2013 तक इस क्षेत्र के आवागमन का एक मात्र साधन नेरौगेज रेल यात्रा थी। जो गरीब लोगों के लिए सस्ती हुआ करती थी। लेकिन रेलवे प्रशासन की उदासीनता के कारण यहां पर आवश्यकता अनुरूप रेल संचालन अभी तक शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से हम पुन: इन समस्याओं के निराकरण के लिए आपका ध्यान आकर्षित करा रहे है ताकि आप शीघ्र इन समस्याओं का निराकरण करा सकें।
ये हैं रेल संघर्ष समिति की मांगें
-मंडला फोर्ट और अन्य रेलवे स्टेशनों में रेलवे सलाहकर समिति का गठन किया जाए और प्रत्येक समिति में ब्राडगेज रेलवे संघर्ष समिति के 3-3 सदस्यों को शामिल किया जाए।
-इसके अलावा मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से सीधी यात्री रेल सेवा जबलपुर, नागपुर, भोपाल और रायपुर के लिए शीघ्र प्रारंभ की जाए।
-नेरौगेज के समय मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से संचालित चार फेरा रेल यात्री सेवा को पुन: बहालकर वर्तमान में चालू दो फेरा रेल टाइमिंग को जनता की आवश्यकतानुसार सही किया जाए।
-अमान परिवर्तन में जिन कृषकों की भूमि रेलवे की ओर से अधिग्रहित की गई है, उनके परिजनों मुआवजा और रेल विभाग में नियुक्ति का वायदा शीघ्र पूर्ण किया जाए।
-मंडला से घंसौर की दूरी मात्र 30 किलोमीटर है। अत: मंडला से घंसौर स्टेशन तक नवीन रेल मार्ग का निर्माण शीघ्र किया जाए, ताकि मंडला से घंसौर रेलवे स्टेशन को जोड़ा जा सकें।
-मंडला, बम्हनी बंजर के रेल स्टेशनों का विस्तार कर उसे सर्व सुविधायुक्त बनाया जाए, ताकि बड़ी से बड़ी रेलगाडिय़ों का संचालन इन स्टेशन से किया जा सके। मंडला फोर्ट स्टेशन स्टेबलिंग लाइन और पिट लाइन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।