जबलपुर। लाखों रूपयों का गबन करने वाले ITBP के जवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में थाना केण्ट में 20 मई की रात 58 वर्षीय उप निरीक्षक जय प्रकाश लिखित शिकायत की थी कि वहं 29 वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल जमतरा केम्प में कार्यरत है। 18 मई 29 वाहिनी में कार्यरत दल (जीडी) भगवानदास शर्मा द्वारा केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार 29वीं वाहिनी का 11 लाख 50 हजार रूपये केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार 29 वीं वाहिनी के भारतीय स्टेट बैंक सदर शाखा जबलपुर शासकीय खाता में जमा कराने हेतु वाहिनी डाक रनर दल (जीडी) प्रजापति अनिल कुमार के सुपुर्द किया गया। उक्त कर्मी द्वारा भारतीय स्टेट बैंक सदर शाखा जबलपुर में उक्त धन राशि 11 लाख 50 हजार रूपये जमा की जानी थी। लेकिन उक्त कर्मी ने उन्हें बताया था कि बैंक पहुंचने से लगभग 1 किलो मीटर पूर्व लघुशंका लगने पर रूपयों से भरा बैग गाडी में रखकर वह टायलेट करने चला गया। वापस आकर देखा तो मोटर सायकल पर रखा हुआ बैग गायब था। जिसकी जानकारी उसने कमान अधिकारी 29वीं वाहिनी को बहुत देर बाद दी।
पुल के पास फेंके दस्तावेज
मामले में गडबडी लगते हुए देख अधिकारियों द्वारा तत्काल इसकी शिकायत थाने में की गई। पुलिस द्वारा टीम गठित कर 30 वर्षीय अनिल प्रजापति को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गई। जिसने बताया कि 18 मई को रुपये बैंक में जमा नहीं किया था, रूपयों कोे अपने घर में बाक्स में छिपाकर रख लिया था और दूसरे दिन खाली बैग व कुछ दस्तावेज लेकर बैंक के सामने गया था तथा पूरा दिन यहाँ वहाँ बैग लेकर घूमता रहा। इसके बाद में उसने पुल नं.-3 के पास झाडियो में बैग और दस्तावेज फेक दिया था।
कर्जा चुकाने की नियत से उठाया कदम
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि उसने एसबीआई बैंक तिलहरी से 15 लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया था एवं गाँव में घर बनाया था जिसका काफी कर्ज था। जिसके चलते उसने कर्जा चुकाने की नियत से उक्त रकम घर में छिपाकर रख लिया था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर 11 लाख 50 हजार रुपये तथा पुल नं. 3 के पास से बटालियन के कुछ शासकीय दस्तावेज जप्त करते हुये आरोपी को न्यायालय में पेश किया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी केन्ट राजेन्द्र कुमार सोनी, उप निरीक्षक गौरीशंकर यादव, उप निरीक्षक गणपत मर्सकोले, आरक्षक नरेन्द्र, शक्ति, नरेश भलावी, अजीत, महिला आरक्षक निकिता सिंह की भूमिका रही।