जबलपुर । शहर के एक कुख्यात सटोरिए को पुलिस ने धर दबोचा है। जानकारी के मुताबिक ओमती क्षेत्रातंर्गत भंवरताल के समीप क्राइम ब्रांच ने आज शाम लगभग 4:30 बजे एक युवक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से नगद 5 लाख बरामद किए है । पुलिस गिरफ्त में आए दीक्षितपुरा निवासी नितिन पांडेय ने खुद को कलेक्शन एजेंट बताते हुए उक्त रकम आईपीएल मैच में हार-जीत से अर्जित होना और उसे हवाला के माध्यम से कुख्यात सटोरिये दिलीप खत्री के पास भेजना स्वीकारा है। पुलिस ने आरोपी नितिन को गिरफ्तार कर फरार सटोरिये दिलीप खत्री की तलाश शुरु कर दी है।
एटीएम, क्रेडिट कार्ड की मिली भरमार
सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी नितिन के कब्जे से पुुिलस को कोटक बैंक, यूनियन बैंक और एचडीएफएसी बैंक के तीन एटीएम कार्ड बरामद हुए है। इसके अलावा एक दर्जन के करीब क्रेडिट कार्ड भी मिले है, जिनसें लेनदेन होना बताया गया है। वहीं उसके मोबाईल में आईपीएल मैच के दौरान होने वाले लाखों रूपयों का लेनदेने भी सामने आया है।
कर चुका था दो लाख ट्रांसफर
सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि पकड़े गया आरोपी दोपहर में दो लाख रूपये सटोरिये दिलीप खत्री के एकाउंट में भेज चुका था। पुन: पांच लाख की रकम कलेक्शन कर दिलीप के खाते में भेजने जा रहा था। तभी क्राइम ब्रांच ने उसको रंगे हाथों दबोच लिया। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ में उसने कई रहस्य उजागर किए लेकिन पुलिस उनकी तस्दीक कर रही है।
हवाला के नोट की चर्चा, मिली फोटो
दबोचे गए आरोपी के कब्जे से हवाला के दो नोटों की चर्चा सरगर्म रही। हालांकि इस संबंध में जब पुलिस से पुष्टि की गई तो उन्होंने हवाला के नोटों की बात स्वीकारी जरूर लेकिन उसको आरोपी के मोबाईल में होना बताया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी ने सटोरिये दिलीप के एकाउंट में दो लाख ट्रांसफर करने के पूर्व रकम के ऊपर हवाला का नोट रखकर फोटो खींची थी। जिसका उद्देश्य दिलीप को रकम भेजने की जानकारी देना थी।
हार्ट पेशेंट बनकर करने लगा ड्रामा
पुिलस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी नितिन खुद को पुलिसिया पूछताछ से बचने के लिए हार्ट पेशेंट बनकर ड्रामा करने लगा था। हालांकि पुलिस की सख्ती के आगे उसकी एक नहीं चली और उसने पूरा सच बेहिचक पुलिस के समक्ष उजागर कर दिया। पुलिस अधिकारियों के समक्ष आरोपी ने कई राजदारों के नाम लिए है जिनकी सूची तैयार कराई जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इस मामले में कई संदेहियों से पूछताछ की जा सकती है ।