जबलपुर। जिला अदालत में अधिवक्ता आज लगातार पांचवे दिन भी न्यायिक कार्य से विरत रहे। इस संबंध में अध्यक्ष आर के सिंह सैनी व सचिव राजेश तिवारी द्वारा बताया गया कि आज सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। क्योंकि उच्च न्यायालय द्वारा जारी दिशा निर्देश जो कि 25 प्रकरणों को तीन माह में निराकृत करना है में कुछ परिवर्तन हो सके व निर्धारित समय सीमा की अवधि को समाप्त किया जायें। क्योकि न्यायिक कार्य से विरत रहने का मुख्य कारण उच्च न्यायालय म.प्र. उच्च न्यायालय द्वारा अधीनस्थ न्यायालयों को निर्देशित किया गया है कि पिछले वर्ष जैसा इस वर्ष भी पुराने प्रकरणों को सूचीबद्ध किया जाये और समय सीमा अर्थात् 25 प्रकरणों का निराकरण तीन माह के अंदर किया जाये उक्त निर्देश के अनुसार पुराने प्रकरण समय सीमा के अन्तर्गत निराकृत किये जायेंगे जिससे लोगों को न्याय प्राप्त नहीं हो रहा है बल्कि केवल प्रकरणों का निराकरण होगा और पक्षकारों के साथ अधिवक्ताओं और न्यायालयों पर भी अनावश्यक दबाव हो रहा है।
राज्य अधिवक्ता परिषद् अध्यक्ष को सौपेंगे ज्ञापन
जिला अधिवक्ता संघ के मुताबिक अधिवक्ता 19 मार्च तक न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे । इसी के चलते जिला अधिवक्ता संघ कल प्रातः 11 बजे राज्य अधिवक्ता परिषद् के अध्यक्ष को ज्ञापन प्रदान करेंगे एवं उक्त ज्ञापन में 25 प्रकरणों के कारण अधिवक्ताओं को हो रही परेशानी को अवगत करा कर उन से प्रदेश स्तर पर विरोध करने का आग्रह करेंगे।
ये रहे उपस्थित
आज सदबुद्धि यज्ञ में जिला अधिवक्ता संघ जबलपुर के सचिव राजेश तिवारी, उपाध्यक्ष अखिलेश चौबे, उपाध्यक्ष महिला ज्योति राय, सह-सचिव यतेन्द्र अवस्थी, कोषाध्यक्ष अजय दुबे, कार्यकारणी प्रदीप परसाई (बाबा), रेणुका शुक्ला, आशीष पाण्डेय, राजू वर्मन उपस्थित रहे एवं वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश पाण्डेय, पूर्व अध्यक्ष सुधीर नायक, तुलसी दास लोहान, सम्पूर्ण तिवारी, धर्मेश श्रीवास्तव, राजकुमार दुबे, सुशील दुबे, संजय सोनी, सुश्री मंजू वर्मा, सुश्री सुधा शर्मा, सुश्री नीलम दत्ता सहित लगभग 500 अधिवक्ता उपस्थित रहे जिनके द्वारा सदबुद्धि यज्ञ में भाग लिया गया है।