जबलपुर। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया जाता है।इसी क्रम में जबलपुर मण्डल के पोस्ट सतना पर दिनांक 22 मार्च को उपनिरीक्षक प्रदीप तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक लोकेश पटेल एवं स्टाफ द्वारा एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स (AHTU) के तहत सतना स्टेशन गश्त निगरानी दौरान यात्री प्रतिक्षालय में एक 9 वर्षीय किशोरी लावारिस हालत में मिली। जिससे पूछताछ में नाम माही माता का नाम मनीषा और पिता का नाम अनिल बताया तथा निवास मनमाड़ बताया। वही माता/पिता या अन्य परिजनो के मोबाईल के बारे में मालूम नही बताया।
चाइल्ड हेल्प लाइन को किया सुपुर्द
आरपीएफ को किशोरी ने बताया कि वह रेलगाड़ी से सतना आ गयी। इसके आलावा बच्ची कुछ बता नही पा रही थी। जिसके बाद आरपीएफ द्वारा किशोरी को पोस्ट सतना लाया गया। जहा पर नाबालिक बच्ची के पुर्नवास हेतु चाइल्ड लाइन सतना से संपर्क किया गया। आरपीएफ पोस्ट पर चाइल्ड हेल्प लाइन सतना से जयप्रकाश नामदेव एवं अनीता सिंह उपस्थित हुए। उक्त बालिका को पुर्नवास हेतु सही सलामत गवाहों के समक्ष चाइल्ड लाइन सतना को सुपुर्द किया गया।