वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि अभी तक महिला रेल कर्मचारियों को दो बच्चों के लालन-पालन-पोषण के लिए 730 दिनों की चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) मिलती थी। पुरूष कर्मचारियों को इसका लाभ नही मिलता था। NFIR और WCRMS ने रेलवे बोर्ड में सीसीएल का लाभ अविवाहित/विधुर व तलाकशुदा पुरुष कर्मियों को भी दिये जाने का मुद्दा लगातार उठाया गया। इस पर रेलवे बोर्ड ने 23 अप्रैल को पुरुष रेलकर्मियों को भी इसका लाभ देने का आदेश जारी कर दिया है। श्री शर्मा ने बताया कि अविवाहित पुरुष कर्मियों के बच्चा गोद लेने पर या विधुर/तलाकशुदा पुरुष कर्मियों को दो बड़े जीवित बच्चों के 18 साल की उम्र तक पालन-पोषण हेतु 730 दिनों की चाइल्ड केयर लीव की सुविधा मिलेगी। इसी तरह रेलवे के देश भर में स्थित स्कूलों के प्रधानाचार्यों, अध्यापकों व लाइब्रेरियन को अब वर्ष में 30 फुल पे (एलएपी) का लाभ मिलेगा, जो अभी तक नहीं मिलता था। उक्त निर्णयों से रेल कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है।
WCRMS के कार्यकारी महामंत्री सतीश कुमार, उपाध्यक्ष अमित भटनागर, मंडल अध्यक्ष राजेश पांडे, एस.एन. शुक्ला, जीपी यादव, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, अब्दुल खालिक, आर.के.यादव, मनोज अग्रवाल, अनुज तिवारी,संयुक्त महामंत्री एस के वर्मा,जितेंद्र बहादुर सिंह,बीएल मिश्रा, जी.एस. परमार, श्रीमति सविता त्रिपाठी, श्रीमति अंशु भटनागर, अमृत कौर, राजेश तिवारी, पीसी मीणा, अफसर हुसैन, एमजे खान आदि ने रेल कर्मचारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा है कि NFIR/WCRMS रेल कर्मचारियों की समस्याओं को दूर कराने और उनकी मांगों को पूर्ण कराने के लिए प्रतिबद्ध है।