जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल मजदूर संघ के प्रयास एक बार फिर रंग लाए हैं। अब तक रेल कर्मचारियों की सैकड़ों मांगों को अपने पुरजोर संघर्ष से पूरी करा चुके मजदूर संघ ने एक और मांग पूरी करा ली है। पश्चिम मध्य रेल प्रशासन ने उन कर्मियों को बड़ी राहत दी है, जो अपने घर से दूरदराज रहकर नौकरी कर रहे हैं, उनका तबादला का मामला पेंडिंग पड़ा हुआ है, ऐसे कर्मचारियों को उनके मनचाहे स्टेशन पर तबादला हो सकेगा।
पमरे के हजारों ग्रुप डी रेल कर्मी अपने गृह नगर के नजदीक विभिन्न कारणों से ट्रांसफर के लिए स्वयं के अनुरोध पर आवेदन लगाकर भारमुक्त होने की प्रतीक्षरत रहते है, परन्तु रिक्तियां न होने व कर्मियों का टोटा होने के कारण प्रशासन उन्हें भारमुक्त नहीं करता है। कई कर्मचारी तो कई वर्षों तक स्थानान्तरण की बाट जोहते रह जाते हैं और उनका स्थानान्तरण स्वीकृति आदेश की वैधता भी खत्म हो जाती है। उक्त पीड़ा को संघ के अध्यक्ष आर.पी. भटनागर ने अनेकों बार पीएनएम में जोर -शोर से उठाया था।
संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि उन्होंने विगत दिवस महाप्रबंधक पमरे अजय विजयवर्गीय से विस्तृत चर्चा कर सुझाव दिया कि पमरे के एक मंडल से दूसरे मंडल के लिए पंजीकृत रेल कर्मी के स्थानान्तरण आवेदनों की गणना कर उतने अतिरिक्त पद उस मंडल के लिए आरआरसी से भर्ती किए जाएं, जिससे आरआरसी से चयनित होकर पदस्थ होने पर उस मंडल पर उतने कर्मचारी दूसरे मंडल के लिए रिलीव कर दिया जाए,जिससे उस मंडल का कार्य प्रभावित नहीं होगा। उदाहरण के तौर पर यदि जबलपुर मंडल से कोटा मंडल के लिए 100 ट्रैकमेन्टेनर्स पंजीकृत है तो जबलपुर मंडल के लिए आरआरसी से 100 अतिरिक्त ट्रैकमेन्टेनर्स भर्ती किये जायें और नए ट्रैकमेन्टेनर्स की जबलपुर मंडल में पदस्थी होते ही 100 ट्रैकमेन्टेनर्स को कोटा मण्डल के लिए भारमुक्त किए जाएं,जिस पर सहमति व्यक्त करते हुए महाप्रबंधक ने उक्त व्यवस्था लागू करने कार्मिक विभाग को निर्देशित किया है। संघ के कार्यकारी महासचिव सतीश कुमार, अनुज तिवारी, मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला, मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल, संयुक्त महासचिव एस के वर्मा, शेख फरीद, विष्णु देव शाह, राकेश सिंह, सुनील टेकचंदानी, के.के साहू, एस.आर. बाउरी, एस.के. श्रीवास्तव, अवधेश तिवारी, दीना यादव, जी.पी. सिंह, आर.ए. सिंह आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।