सम्मान व्यक्ति का नहीं, उसके कार्यों का होता है : जस्टिस शांतिलाल कोचर


जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस शांतिलाल कोचर ने कहा कि सम्मान किसी व्यक्ति-विशेष का नहीं होता बल्कि उसके कार्यों का होता है। सम्मान यह दिखाने के लिए कतई नहीं किया जाता कि अमुक व्यक्ति महान है बल्कि उसके द्वारा किए गए कार्यों का अनुसरण हम भी करें, इस भाव से किसी का सम्मान किया जाता है। वे अमृत तीर्थ कटंगी रोड, करमेता में श्री आदिनाथ भगवान के महामस्तकाभिषेक के बाद आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। 

कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती साधना द्वारा मंगलाचरण के सस्वर गायन से हुआ। इसके बाद मुख्य अतिथि सहित अन्य मंचासीन गणमान्यों ने मंगलदीप प्रज्जवलित किया। इस दौरान श्रीमती साधना ने ज्ञान ज्योति जलाएंगे हम, इस समधुर गायन से मन मोह लिया। इसी के साथ श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ-2019 में सहयोग देने वालों का यश अर्चन शुरू हो गया। 

दिगम्बर जैन पंचायत सभा के अध्यक्ष सतेन्द्र जैन जुग्गू, महामंत्री सनत जैन, सतीश वर्धमान, राजकुमार कक्का, संजय सिंघई, साधना जी, शैलेश आदिनाथ, मनीष फणीश के अलावा प्रशासनिक व्यवस्था के लिए अनुराग गढ़ावाल, प्रचार के लिए मनोज सेठ व संजीव चौधरी, संचालन के लिए एके सागर, भोजन व्यवस्था के लिए दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप के सभी सदस्यों, इन्द्र-इन्द्राणी भोजनशाला के लिए मदर टेरेसा दिगम्बर जैन मंदिर समिति के सभी सदस्यों, महावीर पूजन मंडल गोलबाजार, पेयजल व्यवस्था के लिए दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप, कलश आवंटन के लिए आदिनाथ पूजन मंडल, आदिनाथ समिति गोलबाजार, श्रमण संस्कृति सेवा संघ आहार-विहार, पूछताछ विभाग के विजय मोदी सहित अन्य का सम्मान किया गया। संचालन मनीष फणीश ने व आभार प्रदर्शन राजकुमार कक्का ने किया। 

*सुबह 8 बजे से हुआ महामस्तकाभिषेक-* अमृत तीर्थ में विराजमान 16 फीट ऊंची श्री आदिनाथ भगवान की पद्मासिनी प्रतिमा पर सुबह 8 बजे से मंगल कलशों से जल की धारा अर्पित की गई। महा महामस्तकाभिषेक के दौरान उत्साह देखते ही बन रहा था। लगभग 2 घंटे तक यह क्रम चला। इस दौरान ससंघ सानिध्य देने वाले आचार्य विशुद्ध सागर महाराज का स्मरण श्रद्धा से किया गया।  

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