दिल्ली में गूंजीं रेलवे के रनिंग स्टाफ की मांगें, एनएफआईआर/डब्ल्यूसीआरएमएस ने भरी हुंकार, रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने समस्याएं दूर करने का दिया आश्वासन


नई दिल्ली/जबलपुर। रेलवे के रनिंग कर्मचारियों (गार्ड/ लोको पायलट) की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआईआर) द्वारा नई दिल्ली में दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कॉन्फ्रेंस में रनिंग स्टाफ की समस्याएं व उनकी मागें पुरजोर तरीके से गूंजीं। इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रेलवे बोर्ड चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने आश्वासन दिया कि रनिंग कर्मचारियों की समस्याओं को दूर करने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आप सब निश्चिंत रहें और सब हम पर छोड़ दें। 

22 व 23 फरवरी को आयोजित इस नेशनल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रेलवे बोर्ड चेयरमैन श्री यादव ने कहा आपके किलोमीटर रेट वाले इशु पर मेरे आने के तुरंत बाद जब एम राघवैय्या रेलमंत्री से मिलने आए थे। रेलमंत्री उस समय महत्वपूर्ण मीटिंग में बैठे हुए थे। उन्होंने मुझे इंटरकॉम पर कहा कि राघवैय्या साहब को आप अपने कमरे में बैठाइए, मैं मीटिंग बीच में छोड़कर उनसे आपके चेंबर में मिलने आऊंगा। इसके बाद रेलमंत्री आए और मेरे सामने राघवैय्या साहब से बात की। अगले ही दिन किलोमीटर रेट वाले मामले को स्वीकृति के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री को भेज दिया गया। आप सबको मैं फिर से आश्वासन देता हंू कि आप बिल्कुल निश्ंिचत रहें। अपनी सारी समस्याएं हम पर छोड़ दें। समस्याओं को दूर करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने डे्रस अलाउंस 10 हजार करने तथा माइलेज के एक हिस्से को आयकर मुक्त करने का आश्वासन भी दिया। 

कॉन्फ्रेंस में एनएफआईआर के महामंत्री एम राघवैय्या ने कहा कि सीआरबी साहब (रेलवे बोर्ड चेयरमैन) ने कह दिया कि समस्याएं दूर करवाएंगे। हम सबको उन पर पूरा भरोसा है, लेकिन कई मांगें सालों से लंबित पड़ी हैं, जिन पर जल्द निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है। श्री राघवैय्या ने रनिंग स्टाफ को अंतिम ग्रेड-पे 4200 मिलने की घोर निंदा करते हुए कहा कि इसे खत्म कराने एनएफआईआर हर प्रयास करेगा। इस अवसर पर एनएफआईआर के अध्यक्ष गुमान सिंह, एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष और वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ. आरपी भटनागर, वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के जोनल महामंत्री अशोक शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि रनिंग स्टाफ की समस्याएं दूर कराने के लिए एनएफआईआर/डब्ल्यूसीआरएमएस हरसंभव प्रयास करेंगे। इस अवसर पर एनएफआईआर के कई पदाधिकारी और देश भर से सैकड़ों की संख्या में आए रनिंग कर्मचारी मौजूद रहे। 

वेस्ट सेंट्रल रेलवे के कार्यकारी महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि भारतीय रेल में विषम परिस्थितियों में काम करने वाले रनिंग कर्मचारी (गार्ड/ लोको पायलट) भारतीय रेल की आन-बान-शान बढ़ाने में, देश की एकता- अखंडता बनाये रखने में, उघोगों को चलाने में, देश की सुरक्षा कायम रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। 24 घंटे काम करने वाले रनिंग स्टाफ  की जायज मांगों को रेल मंत्रालय व भारत सरकार अटकाकर रखे है। इन मांगों को पूरी कराने और ज्वलंत समस्याओं को दूर कराने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। 

इन मुद्दों की सुनाई दी गूंज 

रनिंग स्टाफ  के किमी रेट व मूलवेतन में 30 प्रतिशत को जोड़कर मल्टी प्लाई फेक्टर सातवें पे-कमीशन के अनुसार बढाये जाने। मूलवेतन में 30 प्रतिशत को जोड़कर वार्षिक वृद्धि देना, यूनिफार्म भत्ता 10,000/- करना, 4200 ग्रे-पे में बढ़ोत्तरी करना, सीनियर लोको पायलट व शंटर से गुड्स ड्राइवर बने स्टॉफ को न्यूनतम  पे मेट्रिक्स 14790 में रखना, रिस्क एलाउन्स देना, एसपीएडी केस में सुधार करना, स्पेयर ऑन ड्यूटी स्टॉफ  को रिजर्वेशन में कोटा देने,  एनपीएस बन्द करने, किसी भी परिस्थिति में 8 घंटे से ज्यादा ड्यूटी न ली जाये आदि मुद्दे गूंजे। कॉन्फ्रेंस में भाग लेने डब्ल्यूसीआरएमएस के कमलेश परिहार, प्रध्दुमन कुमार,संतोष त्रिवेणी, मुकेश शुक्ला, संतोष चतुर्वेदी आदि भी नई दिल्ली पहुंचे। 

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